आज के इस आर्टिकल के जरिए हम SC, ST, OBC ka full form के बारे में जानेंगे, दोस्तों भारत में कई प्रकार की जातियों के नागरिक रहते हैं, अलग-अलग जातियों को उनकी सामाजिक और आर्थिक स्तर के आधार पर SC, ST और OBC में वर्गीकरण किया गया है।
इन जातियों के लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को देखते हुए सरकारी और निजी योजनाओं में उनके लिए संविधान के अनुच्छेद 16 (4) के तहत उनके लिए आरक्षण की सुविधा प्रदान की जाती है, जातियों के अलावा अल्पसंख्यक धर्म को भी इन श्रेणियों में शामिल किया जाता है जैसे कि मुस्लिम धर्म के लोग OBC के अंतर्गत आते हैं।
अगर आप SC, ST, OBC का full form जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं, अगर आप यह आर्टिकल आखिर तक ध्यान से पढ़ेंगे तो आपको एससी, एसटी, ओबीसी की फुल फॉर्म जानने के लिए किसी अन्य आर्टिकल में जाने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
तो चलिए बिना किसी देरी के आर्टिकल को जल्दी से जल्दी शुरू करते हैं और जान लेते हैं SC, ST, OBC की फुल फॉर्म क्या होती है, उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल जरूर पसंद आएगा।
SC, ST, OBC का फुल फॉर्म क्या है?
SC, ST और OBC के अंतर्गत अलग-अलग जातियां आती हैं, इसमें उन जातियों को शामिल किया गया है जो आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी हुई हैं, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय संविधान के अनुसार रिजर्वेशन प्राप्त करने का आधार केवल आर्थिक स्थिति नहीं होती है बल्कि उसके साथ-साथ कुछ अन्य पैमानों को भी देखा जाता है।
आरक्षण लागू करने के पीछे भारत सरकार का यही मकसद था कि आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी जातियों की पहचान करके उन्हें सरकारी नौकरियों, शिक्षण संस्थानों और योजनाओं की सुविधा प्रदान करना, हमारे देश में जातियों को चार श्रेणियों में बांटा गया है जो कि General, SC, ST और OBC हैं, भारत के आजाद होने के बाद SC और ST को ही आरक्षण दिया गया था।
लेकिन साल 1987 में मंडल आयोग की रिपोर्ट के लागू होने के पश्चात OBC को भी आरक्षण मिलना शुरू हो गया। SC, ST और OBC की फुल फॉर्म क्या है? इसे जानने के लिए नीचे आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें।
Scheduled Castes (SC)
Scheduled Castes के अंतर्गत वह जातियां आती हैं जो आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी हुई होती हैं, जब से हमारा देश आजाद हुआ है तब से ही है यह जातियां निचले स्तर की मानी जाती हैं, शुरुआत से ही इन जातियों के साथ भेदभाव होता रहा है और इसकी वजह से उन्हें आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें इन जातियों के अंदर जो लोग शामिल किए जाते हैं वह ज्यादातर कपड़े धोने, मछली पकड़ने, नाली साफ करने, मैला ढोने जैसे काम करते हैं, Scheduled Castes के लोग ऊंची जाति के लोगों को छू नहीं सकते हैं, काफी लंबे समय से इन जातियों के लोगों को कठोर यातनाओं का सामना करना पड़ा है।
आज के समय में Scheduled Castes के अंतर्गत आने वाली जातियों के लोगों को दलित भी कहा जाता है, गांधी जी के द्वारा इन जातियों के लोगों को खास नाम दिए गए थे जो कि वाल्मीकि और हरिजन हैं।
Scheduled Tribes (ST)
Scheduled Tribes के अंतर्गत आदिवासी लोग आते हैं जो जंगलों में रहते हैं, Scheduled Tribes की श्रेणी में खानाबदोश आदिवासियों को भी शामिल किया जाता है, इस श्रेणी के अंदर आने वाले लोग किसी भी धार्मिक संगठन का हिस्सा नहीं होते हैं, इसलिए उन्हें बहिष्कृत माना जाता है।
इन जातियों के अंतर्गत आने वाले लोगों का खुद का पहनावा, परंपराएं, भोजन और संस्कृति होती हैं, इस श्रेणी के अंदर आने वाले जातियों के लोगों को अछूत माना जाता है, आमतौर पर यह जातियां जंगलों में रहती है, इस कारण वह बाहरी दुनिया से संपर्क साधने में असमर्थ होते हैं।
यही कारण है कि वह सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाती हैं और उनकी आर्थिक स्थिति भी इतनी मजबूत नहीं होती है कि वह अपनी जरूरतों को पूरा कर सके, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज के समय में पूर्वोत्तर में रहने वाली अनुसूचित जनजातियों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पहले से बेहतर हुई है।
Other Backward Classes (OBC)
Other Backward Classes के अंतर्गत आने वाले लोगों को पिछड़ा वर्ग का माना जाता है, सरकारी नौकरियों में आरक्षण पाने वाली SC, ST के साथ यह तीसरी श्रेणी OBC ही है, OBC में आमतौर पर वह जातियां आती हैं जो कुछ और निचले वर्ग के बीच में होती हैं।
इस श्रेणी के अंतर्गत आने वाली जातियों को भी आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ा हुआ माना जाता है, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कई अल्पसंख्यक धर्म जैसे कि मुस्लिम भी OBC के अंतर्गत ही आते हैं।
FAQs: SC, ST और OBC की फुल फॉर्म
नीचे दिए गए प्रश्नों की सहायता से आपको SC, ST और OBC की फुल फॉर्म से संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी-
ST के अंतर्गत मुख्य रूप से आदिवासियों को शामिल किया जाता है, यह जातियां ज्यादातर जंगलों में ही रहती हैं और बाहरी दुनिया से इनका ज्यादा संपर्क नहीं होता है।
गांधीजी ने पिछड़े वर्ग की जातियों के लिए वाल्मीकि और हरिजन जैसे खास नाम दिए थे, इन नामों के जरिए आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग की जातियों को समाज में एक अलग पहचान मिलती है।
जी हां, SC, ST और OBC को आरक्षण दिया जाना बिल्कुल सही है क्योंकि इन जातियों के लोग आम तौर पर सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए होते हैं, पैसों की कमी या फिर किसी अन्य कारण की वजह से वह सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में असमर्थ होते हैं, ऐसे में उनको आरक्षण दिया जाना बिल्कुल उचित है।
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आज अपने क्या सीखा?
तो दोस्तों कैसा लगा आपको हमारा यह आर्टिकल, इस आर्टिकल के जरिए हमने ‘SC, ST, OBC ka full form’ के बारे में जाना, अगर आपको इस आर्टिकल में कुछ समझ नहीं आया है, या आपके पास हमारे लिए कुछ सुझाव है तो आप कमेंट करके बता सकते हैं, हम आपके कमेंट का जवाब देने के लिए ज्यादा समय नहीं लगाएंगे।
यदि आपको हमारा यह आर्टिकल “SC, ST और OBC की फुल फॉर्म क्या है” पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों और करीबियों के साथ शेयर जरूर करें ताकि उन तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके, आज के लिए इतना काफी रहेगा, बहुत जल्द मिलेंगे किसी नए आर्टिकल में नए टॉपिक के साथ।
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