दोस्तों स्वागत है आप सभी का एक और नए आर्टिकल में, इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि सेविंग अकाउंट क्या होता है (Saving Account Meaning in Hindi) और सेविंग अकाउंट कैसे खुलवा सकते हैं, साथ ही साथ हम सेविंग अकाउंट के साथ मिलने वाले लाभ के बारे में भी चर्चा करेंगे, यह एक डिटेल आर्टिकल होने वाला है, इसलिए इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर देखिए, आइए दोस्तों आर्टिकल को शुरू करते हैं और Saving Account Meaning को Hindi में समझने की कोसिस करते है।
Saving Account Meaning in Hindi – बचत खाता क्या है?
दोस्तों सेविंग अकाउंट में आप अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रख सकते हैं, सेविंग अकाउंट आपको मुद्रास्फीति से बचाता है, दोस्तों आपको यह पता होना चाहिए कि पैसे की वैल्यू हर रोज घटती रहती है, लेकिन अगर आप सेविंग अकाउंट में अपना पैसा रखते हैं, तो आपके पैसे की वैल्यू पर कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि सेविंग अकाउंट में आपको इंटरेस्ट भी मिलता है, सेविंग अकाउंट आम जनता के लिए होता है, अकाउंट के दो प्रकार होते हैं सेविंग और करंट अकाउंट, करंट अकाउंट बिजनेस अकाउंट होता है जोकि बिजनेस लेन-देन के लिए ही प्रचलित है।
आज के समय में कोई व्यक्ति ऐसा नहीं है जिसका बैंक अकाउंट नहीं है, हर किसी का बैंक अकाउंट होता है पहले के समय में बैंक अकाउंट खोलने के लिए मिनिमम डिपॉजिट बहुत ज्यादा रहता था, इसको देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री जनधन योजना चलाई, जिससे कि आम जनता और बहुतायत में गरीब जनता के पास भी बैंक अकाउंट चले गए, प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे अकाउंट को इंटरव्यूज किया जिसमें किसी भी प्रकार के मिनिमम डिपॉजिट की जरूरत नहीं है, आप ₹0 के साथ भी अकाउंट मैनेज कर सकते हैं, इसको जीरो बैलेंस अकाउंट भी कहते हैं।
लेकिन दोस्तों अगर आपके पास Saving अकाउंट नहीं है, और आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी लेनी है, जैसे कि सेविंग अकाउंट कैसे खुलता है? Saving अकाउंट पर इंटरेस्ट रेट क्या रहता है? वगैरा सारी जानकारी मैंने इस आर्टिकल में कवर की है, इस आर्टिकल को आखिर तक देखिए आखिर में मैंने कुछ सवालों के जवाब भी दिए हैं, जिनको पढ़ना आपके लिए अति आवश्यक है।
बैंक में सेविंग अकाउंट कैसे खुलवाएं?
दोस्तों किसी भी सरकारी या गैर सरकारी बैंक में आप अपना सेविंग अकाउंट खुलवा सकते हैं, हर एक बैंक सेविंग अकाउंट सपोर्ट करता है, यहां तक की बैंकों का बेस ही सेविंग अकाउंट होता है, क्योंकि सेविंग अकाउंट के जरिए बैंक लोगों से पैसा जमा करवा लेते हैं और उस पैसे को आगे प्रयोग कर लेते हैं, बैंक पैसे का दूसरों को लोन देने और कई अलग प्रकार की इन्वेस्टमेंट भी की जाती है, अगर आपको सेविंग बैंक अकाउंट खुलवाना है तो आप किसी भी सरकारी या गैर सरकारी बैंक में जाकर Saving अकाउंट की मांग कर सकते हैं।
वहां पर आपको अकाउंट ओपन करने का फार्म लेना होगा, और उस फॉर्म को फिल करना होगा, फार्म में आपको अपने जरूरी इंफॉर्मेशन जैसे नाम, फादर नेम, एड्रेस और फोन नंबर जैसी इंफॉर्मेशन भरनी होगी, इसके बाद फार्म में आपको कई ऑप्शन मिलेंगे, जैसे कि अगर आपको एटीएम लेना है या चेकबुक लेनी है तो भी आप फार्म में इसे सुनिश्चित कर सकते हैं।
दोस्तों फार्म भरते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है, जैसे कि फार्म में आपको इंटरनेट बैंकिंग जैसी सुविधाओं का ऑप्शन मिलता है, आप इसे अकाउंट खुलवाते वक्त ही शुरु करवा सकते हैं, अगर आप नया अकाउंट खुलवाते समय इंटरनेट बैंकिंग शुरू नहीं करवाते हैं तो आप ऑनलाइन मनी ट्रांजैक्शन नहीं कर सकते, इसलिए ध्यान रखें कि ऑनलाइन मनी ट्रांजैक्शन करने के लिए आपको इंटरनेट बैंकिंग शुरू करवाना होगा, और बाद में इंटरनेट बैंकिंग शुरू करवाने के लिए बैंकों के चक्कर काटने पड़ते हैं, इसलिए अकाउंट ओपन करवाते समय ही इसे सुनिश्चित कर लीजिए, इंटरनेट बैंकिंग के साथ-साथ आपको ध्यान रखना है कि आप अकाउंट ओपन करवाते समय सही फोन नंबर दें, क्योंकि जब आपके अकाउंट में पैसे डेबिट या क्रेडिट होंगे तो आपके दिए गए नंबर पर एसएमएस के जरिए अलर्ट मिल जाएगा।
सेविंग अकाउंट के लिए कौन से डॉक्यूमेंट लगेंगे?
सेविंग अकाउंट खुलवाते समय ध्यान रखें कि आपके पास कोई सरकारी आईडी होनी चाहिए, जैसे कि आपके पास पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, आधार कार्ड आदि होने चाहिए या इनमें से एक हो तो भी आप अकाउंट खुलवा सकते हैं, ध्यान रखिए कि अगर आप के आधार कार्ड या इन डॉक्यूमेंट में से किसी में भी जो आप जमा करवा रहे हैं उसमें आप की डेट ऑफ बर्थ नहीं है, तो आपको डेट ऑफ बर्थ वेरीफाई करने के लिए बर्थ सर्टिफिकेट या कोई अन्य सबूत के तौर पर ऐसा डॉक्यूमेंट देना होगा, जिससे आप की डेट ऑफ बर्थ वेरीफाई हो सके, डेट ऑफ बर्थ के लिए ज्यादातर लोग स्कूल के कागजात जैसे 10वीं या 12वीं की डीएमसी देते हैं, यह डेट ऑफ बर्थ के लिए सबसे सही मानी जाती है।
इसके साथ आपको अपनी दो फोटो पासपोर्ट साइज चाहिए होगी, और आप अपना एड्रेस वेरीफाई करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी बिल या आधार कार्ड जैसे डाक्यूमेंट्स का प्रयोग कर सकते हैं, और इन सभी डॉक्यूमेंट को आप फार्म के साथ अटैच कर देंगे, फॉर्म जो मैंने आपको ऊपर बताया वही फॉर्म आपको सेविंग बैंक अकाउंट के लिए बैंक में मिल जाएगा, फॉर्म भरें और इन डाक्यूमेंट्स को साथ में अटैच कीजिए, फॉर्म पर आपको फोटो लगाने का ऑप्शन मिलेगा, वहां पर अपनी पासपोर्ट साइज दो फोटो लगा दीजिए और सिग्नेचर वगैरह करके इसे बैंक में जमा करवा दीजिए।
कई बैंकों में अकाउंट तुरंत खुल जाता है, और कई सरकारी बैंकों में एक-दो दिन का समय लग सकता है, लेकिन जैसे ही आपका अकाउंट खुलता है तो आपको इसके बारे में इन्फॉर्म कर दिया जाएगा।
सेविंग अकाउंट खुलवाने के लिए कितने पैसे लगते हैं?
दोस्तों जब भी आप बैंक में कोई अकाउंट खुलवाते हैं तो अकाउंट खुलवाने का कोई चार्ज नहीं लगता, लेकिन अगर आप अकाउंट खुलवा रहे हैं तो उसमें आपको कुछ मिनिमम डिपॉजिट करवाना होगा, जैसे एसबीआई में ₹500 में अकाउंट खुलता है यह ₹500 चार्ज नहीं है, यह आपको अपने खुले हुए बैंक अकाउंट में मिल जाएंगे, और आप एसबीआई का जीरो बैलेंस अकाउंट भी खुलवा सकते हैं जिसमें आपको एक भी रुपए डिपाजिट नहीं करवाना होगा और आपका अकाउंट फ्री में खुल जाएगा, हां! सीएससी सेंटर वाले आपसे अकाउंट खोलने के लिए कुछ ₹50 चार्ज कर सकते हैं।
कई बैंकों में अकाउंट खोलने के लिए मिनिमम डिपाजिट काफी ज्यादा होती है, जैसे कि अगर आप एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो वहां पर ढाई हजार रुपए मिनिमम चार्ज रहता है, ऐसे ही अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग चार्ज होते हैं, यह मिनिमम डिपॉजिट होता है जो आपको अपने खुले हुए बैंक अकाउंट में मिल जाएगा, लेकिन एचडीएफसी जैसे बैंक में आपको मिनिमम डिपॉजिट अकाउंट में ही बनाए रखना है, इसलिए यह एक प्रकार से चार्ज भी हो जाता है, क्योंकि अगर आप इसको वापस निकालेंगे, तो बचे हुए पैसे पर इंटरेस्ट नहीं मिलेगा और पेनल्टी भी लग सकती है।
इसलिए हम आपको रेकमेंड करेंगे कि आप या तो एसबीआई बैंक में अकाउंट खुलवाइए या जीरो बैलेंस अकाउंट खुलवा लीजिए, यह आपके लिए सबसे बेस्ट रहेगा।
सेविंग अकाउंट के फायदे
दोस्तों आपको पता है कि पैसे की वैल्यू हर रोज गिरती रहती है, ₹100000 की कीमत जो सन 2000 में थी वह 2024 में नहीं है, यहां तक कि हर रोज पैसे की वैल्यू गिरती रहती है, आज ₹100,000 की वैल्यू है, वह कुछ 20 सालों बाद आज के ₹10000 के बराबर रह जाएगी, इसलिए अगर आप नगद केस रखते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद नहीं रहेगा, इससे अच्छा आप अपना पैसा अकाउंट में रखिए, यहां पर आपको इंटरेस्ट मिलता रहता है, और कई अन्य प्रकार की सुविधाएं भी मिलती है, जिससे कि आपको काफी फायदा हो जाता है, और इस पैसे की गिरती वैल्यू से भी बच जाते हैं, आपको इंटरेस्ट भी मिलता है जिसके साथ आपका पैसा भी बढ़ता रहता है।
सेविंग अकाउंट और टैक्स
दोस्तों बैंकों में जमा पैसे पर ब्याज दर में काफी राहत मिलती है, यहां पर आपको 10000 सालाना तक की राहत मिल जाती है, यह इंटरेस्ट पर टैक्स की छूट होती है, अधिकतर चार फीसदी ब्याज दर रहती है, और कुछ शर्तों में यह ब्याज दर ऊपर नीचे भी होती रहती है, जैसे कि एक लाख से ज्यादा जमा करने पर 6 परसेंट तक की ब्याज राशि मिल जाती है।
बचत खाते पर ब्याज दर
दोस्तों आपको यह तो पता होगा कि आपका पैसा जो बैंक में होता है उस पर आपको इंटरेस्ट मिलता रहता है, कई बार यह बैंकों में इंटरेस्ट डेली भी डिपॉजिट होता है और कई बैंकों में यह महीने और साल भर में डिपॉजिट होता है, दोस्तों सेविंग अकाउंट पर 3% से लेकर 4% ब्याज दर सालाना मिलता है।
कुछ बैंकों जैसे कि कोटक महिंद्रा बैंक आपको स्पेशल ऑफर देता है, यहां पर एक मिनिमम धनराशि जमा करवाने पर आपको सालाना 6 परसेंट तक का इंटरेस्ट मिल जाता है, यह बाकी बैंकों से काफी ज्यादा है, और आपको जो ब्याज दर मिलता है वह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपके अकाउंट में कितनी धनराशि जमा है, पैसे के कम या ज्यादा होने पर ब्याज दर भी कम या ज्यादा होती रहती है, क्योंकि अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग प्रकार के ऑफर चलते रहते हैं, आप इंटरेस्ट रेट के बारे में बैंकों की ऑफिशियल वेबसाइट से पता कर सकते हैं, या जब आप बैंक में अकाउंट खुलवाने जाएंगे तो भी आप वहां पर इंटरेस्ट रेट के बारे में पूछ सकते हैं।
क्या सेविंग अकाउंट की लिमिट होती है?
दोस्तों कई लोगों के मन में यह सवाल भी होते हैं कि यहां पर महीने भर में कितने ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, या लेनदेन की कितनी लिमिट होती है, तो आपको बता दूं कि कई बैंकों में लेनदेन की कोई लिमिट नहीं होती, वहीं कुछ खास प्रकार के बैंकों में लेनदेन की लिमिट होती है जहां पर आप 1 दिन में 5 से अधिक ट्रांजैक्शन नहीं कर सकते और अगर करेंगे तो वहां पर आपको कुछ चार्ज देने होंगे, जब आप बैंक में अकाउंट खुलवा रहे हैं, तो अपने बैंक से पूछ लीजिए कि डेली की लेनदेन की कितनी लिमिट है, अगर आप अधिक लेनदेन करना चाहते हैं तो बैंक के किसी ऑफर के हिसाब से लेनदेन कर सकते हैं।
दोस्तों कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि सेविंग बैंक अकाउंट में हम कितने पैसे डाल सकते हैं, क्या यहां पर पैसे डालने की कोई लिमिट होती है तो दोस्तों आपको बता दूं कि यहां पर आपका खुद का अकाउंट है आप जितना मर्जी पैसा अकाउंट में डाल सकते हैं, बैंक ने कोई भी लिमिट निर्धारित नहीं की है कि कितने पैसे पर लिमिट है।
यहां पर आप जितना ज्यादा पैसा डालेंगे उतना ज्यादा इंटरेस्ट आपको मिलता जाएगा, क्योंकि बैंकों को भी अधिक पैसा डालने पर फायदा होता है, लेकिन आपको बता दूं कि अगर आप बैंक से पैसा निकालना चाहती हैं तो विथड्रावल स्लिप के जरिए आप एक बार में केवल ₹25000 ही निकाल सकते हैं, यह भी बैंकों पर डिपेंड करता है कई प्रकार के अलग-अलग बैंकों में आप इससे ज्यादा भी निकाल सकते हैं, और अगर आप चेक के द्वारा पैसे निकालना चाहते हैं तो किसी भी बैंक में कोई लिमिट नहीं है, आप चेक से जितने मर्जी पैसे निकाल सकते हैं।
लेदोस्तों अगर आप बहुत अधिक ट्रांजैक्शन करना चाहते हैं तो आपको करंट अकाउंट खुलवाना होगा, क्योंकि सेविंग अकाउंट पैसे की बचत करने के लिए होता है ना कि बिजनेस के लिए, जो लोग अधिक ट्रांजैक्शन करते हैं इसका मतलब है कि वह किसी भी प्रकार का बिजनेस कर रहे हैं, इसलिए बैंकों ने बिजनेस के लिए एक अलग अकाउंट जिसको करंट अकाउंट कहते हैं, निर्धारित कर रखा है यहां पर किसी भी प्रकार की कोई लिमिट नहीं होती, इसके बारे में आप हमारा डिटेल्स आर्टिकल पढ़ सकते हैं, जो है करंट अकाउंट क्या होता है, मीनिंग इन हिंदी।
लेकिन दोस्तों अगर आप भी यूपीआई ट्रांजैक्शन (गूगल पे, फ़ोन पे,) करते हैं तो यहां पर 1 दिन में ₹100,000 तक की लिमिट होती है, ट्रांजैक्शन आप चाहे कितनी भी कर सकते हैं आप 1 – 1 भेज कर एक लाख ट्रांजैक्शन कर लीजिए कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन एक दिन में आप एक लाख से ज्यादा नहीं भेज सकते।
नया अकाउंट खुलवाएं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें
दोस्तों नया अकाउंट खुलवाते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है, जैसे कि अगर आप सरकारी योजनाओं का लाभ लेना चाहते हैं जैसे कि सब्सिडी वगैरह का तो आपको बैंक अकाउंट खुलवाते समय आधार कार्ड को साथ में लिंक करवाना अति आवश्यक है, कई बैंकों में आधार कार्ड पर अकाउंट तो खुल जाता है लेकिन आधार कार्ड के साथ अकाउंट लिंक नहीं होता है, इसको अलग से लिंक करवाना होता है, इसी के साथ-साथ अगर आप अधिक ट्रांजैक्शन रखना चाहते हैं या बैंक में पैसे पर अधिक लिमिट चाहते हैं, तो आपको इसके साथ पैन कार्ड को भी अटैच करवाना होगा, पैन कार्ड एक परमानेंट अकाउंट नंबर होता है, अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है तो केवल ₹200 लगेंगे आप नया पैन कार्ड बनवा सकते हैं।
लेकिन सभी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए आपके अकाउंट में पैन कार्ड और आधार कार्ड दोनों का लिंक होना अति आवश्यक है।
गवाह है या पहचानकर्ता
दोस्तों कई प्रकार के गवर्नमेंट बैंक में अकाउंट खुलवाते समय आपसे किसी ऐसे व्यक्ति की मांग की जाती है जो उस बैंक में पहले से खाताधारक है, यह प्रोसीजर धीरे धीरे कम हो रहा है, आगे आने वाले समय में आप इंडिविजुअल भी अकाउंट खुलवा सकते हैं, आपको किसी भी गवाह की जरूरत नहीं होगी, लेकिन कई प्रकार के बैंकों में आज भी गवाह की मांग की जाती है, वह उसी बैंक का खाता धारक होना चाहिए, इसके लिए आप अपने किसी साथी को साथ में ले जाकर सिग्नेचर वगैरह करवा सकती हैं, अगर आपका कोई भी जान पहचान वाला ऐसा नहीं है जिसका अकाउंट उस बैंक में हो, तो आप बैंक के मैनेजर से संपर्क कर सकते हैं वह आपकी जरूर मदद करेगा।
ATM, Internet Banking etc.
दोस्तों जब भी आप अकाउंट खुलवा रहे हैं तो आपको अकाउंट के साथ एटीएम कार्ड चेक बुक और नेट बैंकिंग की सुविधाएं मिलती है इन्हें एक्टिवेट करवा लेनी है, दोस्तों एटीएम कार्ड का बहुत फायदा होता है, अगर आपके पास एटीएम कार्ड है तो आप किसी भी बैंक के एटीएम से पैसा निकलवा सकते हैं, और कई प्रकार की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और शॉपिंग के लिए एटीएम कार्ड का प्रयोग कर सकते हैं।
इमरजेंसी में एटीएम कार्ड हमारे बहुत काम आता है, इसी के साथ-साथ नेट बैंकिंग जैसी सुविधाएं भी आपको इनेबल करवा लेनी चाहिए, और चेक बुक जैसे जरूरी चीजें तो आपके लिए बहुत आवश्यक हैं, अगर कल को आप बड़े अमाउंट में पैसा एक साथ निकालना चाहते हैं तो चेक बुक आपके लिए उपयोगी होगी वरना आपको तुरंत चेक बुक बनवानी होगी और बाद में इसके अलग से पैसे भी लगेंगे।
Saving Account Explained in Hindi
सेविंग अकाउंट मीनिंग हिंदी -FAQs:
सेविंग अकाउंट बैंक का एक ऐसा अकाउंट होता है जिसमें हम हमारी आमदनी का कुछ हिस्सा सेव करके रखते हैं, ताकि हमें इमरजेंसी में काम आ सके।
यह अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होता है, आमतौर पर यह 3.5% से 4% (Annual) होता है।
लगभग हर एक बैंक सेविंग अकाउंट सपोर्ट करता है, आप किसी भी भारतीय बैंक में सेविंग अकाउंट आसानी से ओपन करवा सकते हैं।
सेविंग्स अकाउंट में जमा हुआ पैसे पर ब्याज मिलता है लेकिन करंट अकाउंट में कोई ब्याज नहीं मिलता।
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आज हमने क्या सीखा?
दोस्तों कैसा लगा आपको आज का यह आर्टिकल, अगर आपको आर्टिकल पसंद आया है तो इसे अपने निजी साथियों के साथ शेयर करना बिलकुल भी मत भूलें, यहां पर मैंने सेविंग अकाउंट के बारे में पूरी जानकारी दी है की बचत खाता (Saving Account) क्या है और Saving Meaning in Hindi?
अगर आपको कोई भी और जानकारी लेनी है जैसे कि किसी पर्टिकुलर बैंक का इंटरेस्ट रेट वगैरह पूछना है, तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं, मैं तुरंत रिप्लाई दे कर आपके क्वेश्चन का आंसर देने की कोशिश करूंगा, मिलते हैं किसी आगामी नए आर्टिकल में।
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