Army Ka Full Form – आर्मी का फुल फॉर्म क्या है?

तो दोस्तों आर्मी क्या होती है आपको यह तो पता होगा लेकिन हो सकता है कि आपको Army Ka Full Form पता ना हो, इसीलिए आज हम यह लेख Army Ka Full Form लेकर आए हैं।

इसके जरिए हम आपको आर्मी का फुल फॉर्म क्या है और आर्मी से जुड़ी कई तरह की जानकारी देने वाले हैं, जिसे जानना आपके लिए ज़रूरी है।

तो चलिए आज के इस लेख में आगे बढ़ते हुए जानकारी को शुरु करते हैं।

army ka full form kya hai

Army ka full form (इंडियन आर्मी का फुल फॉर्म)

आज के समय में आर्मी में तो हर कोई जानना चाहता है, लेकिन बहुत से लोगों को army ka full form (इंडियन आर्मी फुल फॉर्म) नहीं पता होता, army ka full form यानि army का पुरा नाम “alert regular mobility young” होता है, जिसे हिन्दी में “सतर्क नियमित गतिशीलता युवा” भी कहा जाता हैं।

  • A → Alert (सतर्क)
  • R → Regular (नियमित)
  • M→ Mobility (गतिशीलता)
  • Y→ Young (युवा)
AAlert (सतर्क)
RRegular (नियमित)
MMobility (गतिशीलता)
YYoung (युवा)

Army का क्या मतलब होता है?

जब बहुत लोगों की बड़ी संख्या किसी भी देश की बाहरी गतिविधियों से रक्षा देश की करती है, उन लोगों की बड़ी संख्या को सेना (army) कहा जाता है, Army किसी भी चीज की हो सकती है और army भारत के लोगों को कई खतरों से बचाती हैं।

Army शब्द की उत्पत्ति Armata से हुई है जो लैटिन भाषा का शब्द है Armata का अर्थ Armed forces होता है।

इंडियन आर्मी कितने प्रकार की हैं?

इंडियन आर्मी देश की सुरक्षा करने के लिए हर समय तैयार रहती है, इंडिया में तीन तरह की army (सेना) है, जिन्हें थल सेना (land army),जल सेना (indian navy) और वायु सेना (air force) कहा जाता है, आज भारत में 14 लाख से भी ज्यादा लोग Army में है।

थल सेना क्या है?

थल सेना भारत की तीनों सेनाओं में सबसे बड़ी सेना है, थल सेना का कार्य जमीन पर रहकर दुश्मनों का सामना करना होता है, भारतीय थल सेना की स्थापना 1 अप्रैल 1895 को हुई थी, थलसेना का प्रधान सेनापति भारत का राष्ट्रपति होता है, फिलहाल थलसेना का प्रधान सेनापति राम नाथ कोविंद हैं, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और उप सेनाध्यक्ष जनरल सरत चंद हैं।

भारतीय थल सेना में फिलहाल 12,00,255 सक्रिय सैनिक हैं और 90,960 रिजर्व सैनिक हैं, इस सेना का मुख्यालय नई दिल्ली में है।

थल सेना का उद्देश्य भारत की थलीय सीमाओं पर किसी भी बाहरी शक्ति से रक्षा, देश के हितों की रक्षा करना, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करना है, थल सेना जरूरत पड़ने पर भारत के नागरिकों और सरकार का साथ देकर आंतरिक हितों की रक्षा भी करती है, किसी भी प्राकृतिक आपदा बाढ़, भूकंप, तूफान आदि के मौके पर नागरिक प्रशासन की मदद करती है।

जल सेना क्या है?

जल सेना ऐतिहासिक सेना मानी जाती है, जलसेना 400 सालों से भारत और भारत की सभ्यताओं की रक्षा करती रही है, भारत के राष्ट्रपति (राम नाथ कोविंद) इस सेना के सेनापति हैं।

भारत की जल सेना में वर्तमान में 67,252 सक्रिय सैनिक बल है और 55,000 रिजर्व सेना है, 4 दिसंबर को जल सेना दिवस मनाया जाता है।

जल सेना के Chief of the Naval Staff एडमिरल आर हरि कुमार, Vice Chief of the Naval Staff वाइस एडमिरल सतीश नामदेव, Deputy Chief of the Naval Staff वाइस एडमिरल रवनीत सिंह हैं।

वायु सेना क्या है?

वायु सेना का भी भारत की सेना में अहम हिस्सा है, वायु सेना का काम हवाई विमानों के जरिए भारत पर होने वाली दुश्मन गतिविधियों का पता लगाकर उन्हें रोकना और उनका सामना करना है, इसके साथ ही वायु सेना थल सेना और जल सेना की युद्धों में मदद करती है, वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को की गई थी, 8 अक्टूबर को पुरे भारत में indian air force day के रुप में मनाया जाता है।

भारत के पूर्ण गणतंत्र यानि 1950 के पहले तक इसे Royal Indian Air force कहा जाता था और 1950 के बाद रॉयल नाम को हटा दिया गया, 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध में भारतीय वायु सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

भारतीय वायु सेना में 1,39,576 सक्रिय सैनिक और 1820 (लगभग) से अधिक विमान हैं, इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

Indian army में पद और रैंक?

Indian army को दो भागों सीनियर पद और जूनियर पद में बांटा गया है, हर पद के अधिकारी को अलग-अलग वर्दी तरह की वर्दी दी जाती हैं, जिनके अनुसार उनके पद का पता लगाया जा सकता है, हर पद के अधिकारियों के अधिकार अलग-अलग होते हैं।

Indian army में सीनियर पद के अधिकारी

नंबरपदरैंक
1फील्ड मार्शलयह सेना का सबसे बड़ा पद होता था, लेकिन अब इस पद को खत्म कर दिया गया है, यह उपाधि किसी भी सैनिक को बहादुरी के लिए दी जाती थी, इस पद की वर्दी के बैज पर 5 star बिंदु, राष्ट्रीय प्रतीक तथा क्रॉस बैटन के साथ गोल्डन लॉरेल पुष्पांजलि की माला लगी होती है।
2जनरलयह फील्ड मार्शल के बाद दूसरा बड़ा पद होता था, लेकिन अब जनरल का पद भारतीय सेना में सबसे बड़ा है, जनरल के बैज पर 4 स्टार होते है, कंधे पर 5 बिंदु वाला गोल्डन स्टार, अशोक चिन्ह और क्रॉस बैटन होता है।
3लेफ्टिनेंट जनरलयह मेजर जनरल से बड़ा और जनरल से छोटा पद होता है, इस पद पर 60 से 70 हजार सैनिक होते हैं, लेफ्टिनेंट जनरल के बैज पर 3 star होते हैं, कंधे पर गोल्डन अशोक चिन्ह और क्रॉस बैटन लगा होता हैं, 36 साल की कमीशन सेवा होने के बाद ही कोई सैनिक लेफ्टिनेंट जनरल बन सकता है।
4मेजर जनरलयह ब्रिगेडियर से बड़ा और लेफ्टिनेंट जनरल से छोटा पद होता है, इसके बैज पर क्रॉस बटन और गोल्डन स्टार होता है, भारतीय सेना में मेजर जनरल की संख्या 10 से 16 हजार होती है, 28 साल की कमीशन सेवा होने के बाद ही कोई सैनिक मेजर जनरल बन सकता है।
5ब्रिगेडियरब्रिगेडियर का पद कर्नल से बड़ा और मेजर जनरल से छोटा होता है, इसके बैज पर तीन स्टार और एक अशोक चिह्न लगा होता है, इस पद को पाने के लिए किसी भी सैनिक को 25 साल की कमीशन सेवा करनी पड़ती है।
6कर्नलयह पद लेफ्टिंनेंट कर्नल से बड़ा और ब्रिगेडियर से छोटा होता है, इसके कंधे पर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह होता है और 2 स्टार लगे होते हैं, इस पद को पाने के लिए किसी भी सैनिक को 15 साल की सैन्य सेवा करनी जरूरी है।
7लेफ्टिनेंट कर्नलयह कर्नल से छोटा और मेजर से बड़ा पद होता है, इनके कंधे पर राष्ट्रीय प्रतीक और 1 से 5 बिंदु वाला स्टार तथा राष्ट्रीय प्रतीक होता है, इस पद को पाने के लिए 13 साल की कमीशन सेवा जरूरी है, इसके अलावा Part-D पेपर को पास करना होता है।
8मेजरयह लेफ्टिनेंट कर्नल से छोटा और कैप्टन से बड़ा पद होता है, इनके कंधे पर अशोक चिह्न लगा होता है, इस पद को पाने के लिए 6 साल की कमीशन सेवा जरूरी होती है, इसके अलावा Part-B पेपर को पास करना होता है।
9कैप्टनयह मेजर से छोटा तथा लेफ्टिनेंट से बड़ा पद होता है, इसके बैज पर तीन स्टार होते हैं, 2 साल की सैन्य सेवा करके कोई भी व्यक्ति कैप्टन बन सकता है।
10लेफ्टिनेंटयह पद कैप्टन से छोटा और जूनियर पदों से बड़ा होता है, इनके बैज पर दो स्टार लगे होते हैं।

Indian army में जूनियर पद के अधिकारी

नंबरपदरैंक
1सूबेदार मेजरयह सभी जूनियर अधिकारियों से बड़ा होता है, इसके बैज पर गोल्डन राष्ट्रीय प्रतीक अशोक चिन्ह होता है।
2सूबेदारयह नायब सूबेदार से बड़ा और सूबेदार मेजर से छोटा पद होता है, इनके बैज पर 2 गोल्डन स्टार लगे होते हैं।
3नायब सूबेदारयह सूबेदार से छोटा पद होता है, इसके बैज पर एक गोल्डन स्टार लगा होता है।
4हवलदारसिपाहियों की प्रदर्शन अनुसार हवलदार को चुना जाता, इनके बैज पर 3 रैंक की पट्टी (Three rank chevrons) बनी होती है।
5नायकयह हवालदार से छोटा और लांस नायक से बड़ा पद होता है, इनके बैज पर 2 पट्टी (Two rank chevrons) बनी होती है।
6लांस नायकलांस नायक सिपाही से बड़े और नायक से छोटे पद वाले अधिकारी होते हैं, इनके बैज पर एक पट्टी लगी होती है।
7सिपाहीइनके बैज पर कोई भी पट्टी नहीं लगी होती, यह सबसे छोटे पद के अधिकारी होते हैं।

ARMY का फुल फॉर्म – FAQs

Army ka full form क्या है?

Army का फुल फॉर्म “Alert regular mobility young” है।

भारतीय थल सेना की स्थापना कब हुई?

भारतीय थल सेना की स्थापना 1 अप्रैल 1895 में हुई।

Army का हिंदी फुल फॉर्म क्या है?

आर्मी का हिंदी फुल फॉर्म “सतर्क नियमित गतिशीलता युवा” है।

थल सेना के प्रधान सेनापति और सेनाध्यक्ष कौन है?

थल सेना के प्रधान सेनापति राम नाथ कोविंद (भारत के राष्ट्रपति) हैं और जनरल मनोज पांडे थल सेनाध्यक्ष हैं।

Indian army में सीनियर पद के सबसे बड़े अधिकारी का नाम क्या है?

Indian army में सीनियर पद के सबसे बड़े अधिकारी का नाम फील्ड मार्शल होता था, लेकिन फील्ड मार्शल के पद को अब समाप्त कर दिया गया है, अब सीनियर पद के सबसे बड़े अधिकारी का नाम जनरल होता है।

Indian army में जूनियर पद के सबसे बड़े अधिकारी का नाम क्या है?

सूबेदार मेजर

Indian army में सबसे छोटा पद कौन सा होता है?

सिपाही यह भारतीय सेना का सबसे छोटा पद है इससे ऊपर के पद को लांच नायक कहा जाता है।

Police का फुल फॉर्म?

Police का पूरा नाम “Public Officer for legal investigations and criminal emergencies” है।

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आज अपने क्या सीखा?

तो दोस्तों हमें उम्मीद है कि आपको आज का यह लेख Army Ka Full Form पसंद आया होगा और आपको इंडियन आर्मी से जुड़े कई सवालों का जवाब भी मिला होगा, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाइए।

अगर आपको आर्मी का फुल फॉर्म क्या है से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है या आपको यह लेख अच्छा लगा है तो भी कमेंट करके जरूर बताएं।

हम आपके लिए इसी प्रकार की जानकारी लेकर आते रहते हैं इसलिए हमारे साथ जरूर जुड़े, आज का हमारा यह जानकारी से भरपूर लेख Army Ka Full Form यहीं पर खत्म होता है।

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मेरा नाम परवेज है, में एक फुल टाइम ब्लॉगर हु। मुझे लिखना और पढ़ना पसंद है साथ ही लोगो की मदद करना भी पसंद है। यदि आपको हिंदी में ब्लॉग पड़ना पसंद है तो यह ब्लॉग आपके लिए काफी मजेदार हो सकता है...

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